सर्दी खांसी जुकाम बुखार की होम्योपैथिक दवा

बुखार के कई कारण हो सकते हैं उसके साथ बुखार के विभिन्न लक्षण हैं। लक्षणों के अनुसार सर्दी खांसी बुखार की होम्योपैथिक दवा ( homeopathic medicine for fever ) की चर्चा नीचे की गई है।

सर्दी खांसी बुखार की होम्योपैथिक दवा ( homeopathic medicine for fever )

कम तापमान वाला बुखार,अचानक बुखार,पीड़ित होने के बाद अचानक बुखार कम हो गया।रोगी की आंखें , चेहरा लाल दिखती है।तापमान बहुत अधिक है,कभी-कभी पसीना भी आता है,पसीना गर्म है।रोगी विनम्रतापूर्वक बात करता है।शरीर में बहुत दर्द।प्यास भी है,नींद में एक भयानक सपने से जागृत – Belladonna 200

बुखार से पहले शरीर में दर्द ,जंभाई लेना, आँख में जलन।बुखार आने पर सबसे पहले ठंड और कंपकंपी आती है,रोगी बहुत छटपट करता है।खांसी, प्यास कुछ भी नहीं है जब तापमान बढ़ता है,शरीर में एक दाने और खुजली की तरह विकसित होता है,रोगी बैठ या सो नहीं सकता – Rhus Tox 200।

बारिश में भीग के बुखार,जुकाम बुखार,बुखार में बिल्कुल पसीना नहीं आता,प्यास भी है, छटपट करता है ,तापमान बहुत अधिक और अंतहीन बुखार है,बुखार के साथ खांसी में वृद्धि,खांसी से सिर और सीने में दर्द बढ़ जाता है – Aconite Nap 30 ।

रोगी अपनी आँखें बंद कर लेता है और पूरी तरह से चुप रहता है,हिलने से दर्द होता है,छाती मरोड़ता है ,आंखें और सिर में दर्द,शरीर में दर्द,शिर उठाने से उलटी आता है और शिर घूमता है,मुंह का स्वाद बेस्वाद हो जाता है और कड़वा हो जाता है,थोड़ा पसीना आ सकता है – Bryonia 30 ।

रोगी नींद में और चुपचाप रहता है ,न तो बोलना और न ही देखना।प्यास उतना नहीं रहता है।तंत्रिका तंत्र की बीमारी से रोगी चुप रहता है । विशेष रूप से,अगर बच्चों में इस तरह के लक्षण हैं – Gelsemium 30 ।

बुखार लगभग एक दिन अंतर में आता है,ठंड से पहले, पैरों और हाथों की हड्डियों के अंदर बहुत दर्द होता है,बुखार के साथ पेशाब में जलन। डेंगू (Dengue) बुखार के मामले में, यह दवा बहुत अच्छे परिणाम देती है – Eupotarium Purp 200।

रोगी पागल की तरह रोता है,रोगी कभी भी स्थिर होके सो नहीं पता है।कब सीधा होकर सोता है तो कब टेढ़ा होकर सोता है,कभी कभी घुटने और पैर मोड़ के सोता है । रोगी अकेले या अंधेरे में रहने से डरता है।रोगी तकिया सिर पर रख के सोता है,अचानक अपना सिर उठाके कुछ देखता है और फिर से सो जाते हैं,गला सूखने पर भी पानी पीना नहीं चाहता।आंखें पूरी खुली रहता हैं,फैला हुआ नेत्रगोलक,पागलों की तरह देखता है,अंग कांपने लगते हैं – Stramonium 30 ।

बेहोशी धीरे-धीरे आती है,उंगलियों और बिस्तर की चादर को खरोंचता है ,कुछ देखने की कोशिश करने के लिए अपना हाथ ऊपर की ओर उठाता है ,जीभ सूखी है,रोगी कुछ बोल नहीं पाता है ,रोगी अनजाने में मूत्र,मलत्याग करता है या पेशाब बंद हो जाता है – Hyoscyamus 30 ।

बार-बार बुखार आना और पसीना आना,बुखार में बहुत कमजोर हो जाता है,पसीना इतना अधिक है कि ऐसा लगता है जैसे नहा के आ गया है,तपेदिक की बुखार- बहुत भूख और भोजन के बावजूद रोगी दिन-प्रतिदिन सुखा होता जाता है – Arsenic iod 200 ।

टाइफाइड बुखार की होम्योपैथिक दवा

टाइफाइड ( Typhoid ) बुखार, सारे शरीर में भयानक दर्द। सांस, पसीना, मल, मूत्र सब बदबूदार है – Baptisia Q ।

Read more: एसिडिटी और गैस की समस्या के लिए होम्योपैथी दवाएं

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *